हल्द्वानी से अल्मोड़ा, Road Journey

कुमाऊँ के प्रवेश द्वार के नाम से जाना जाने वाला स्थान -हल्द्वानी से खूबसूरत अल्मोड़ा की सड़क यात्रा।  इस विडियो में आप देखेंगे हल्द्वानी से कैसे हमने अपना सफर की शुरुआत की, हल्द्वानी के बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन से होते हुए, काठगोदाम, रानीबाग, भीमताल, भवाली, कैंची आश्रम, गरमपानी, खैरना, सुयालबाड़ी, क्वारब, लोधिया होते हुए अल्मोड़ा पहुचे।

लाहिड़ी महाशय रानीखेत में महावतार बाबाजी से मुलाकात

लाहिड़ी महाशय के लिए उस समय तक रहस्मय संत  ने अंग्रेजी में उत्तर दिया – The office is brought for you, and not you for the office (ऑफिस तुम्हारे लिए लाया गया हैं, तुम ऑफिस के लिए नहीं)

पूर्णागिरी देवी का मंदिर टनकपुर

वैसे तो इस पवित्र शक्ति पीठ के दर्शन हेतु श्रद्धालु वर्ष भर आते रहते हैं। परन्तु चैत्र मास की नवरात्रियों से जून तक श्रद्धालुओं की अपार भीड दर्शनार्थ आती है। चैत्र मास की नवरात्रियों से दो माह तक यहॉ पर मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें श्रद्धालुओं के लिए सभी प्रकार की सुविधायें उपलब्ध कराई जाती हैं।

नानकमत्ता गुरुद्वारा

ये है नानकमत्ता, आज से लगभग 500 वर्ष पूर्व सन 1514 ईस्वी यहाँ गुरुनानक देव आए थे। आज हम Explore करेंगे इसी स्थान को। जानेंगे यहा आप कैसे आ सकते हैं, यहाँ का इतिहास, यहाँ का महत्व, यहाँ कौन से जगह में क्या स्थित है, कहाँ आप भोजन कर सकते हैं, कहाँ रात्री विश्राम कर सकते हैं।

बागेश्वर – कुमाऊं – उत्तराखंड की तीर्थ नगरी

भगवान शिव के एक रूप – बागनाथ जी का स्थान  – बागेश्वर – उत्तराखंड राज्य के कुमाऊँ की धार्मिक नगरी और तीर्थस्थल के रूप में सुप्रसिद्ध हैं। बागेश्वर भ्रमण के साथ भगवान श्री बागनाथ जी के दर्शन करें – इस वीडियो टूर द्वारा।

पाताल भुवनेश्वर गुफ़ा

पाताल भुवनेश्वर देवदार के घने जंगलों के बीच अनेक भूमिगत गुफ़ाओं का समूह है | जिसमें से एक बड़ी गुफ़ा के अंदर शंकर जी का मंदिर स्थापित है । 2007 से यह गुफा मंदिर – भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा सरंक्षित हैं।

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Naukuchiatal नौकुचियाताल

हरे भरे जंगल और पहड़ियों से घिरा सुंदर और शांत स्थल हैं नौकुचियाताल।

नौकुचियाताल प्रकृतिक रूप से बेहद सुंदर जगह हैं, अपनी सुरम्यता के साथ यह जगह जानी जाती हैं, यहाँ फ़न और adventure की कई एक्टिविटीज करते हुए यादगार समय बिताया जा सकता हैं।

Nainital Zoo

नैनीताल की खूबुसरती को सबसे पहले दुनिया से परिचित कराने और नैनीताल को बसाने का श्रेय अंग्रेज़ यात्री, लेखक और व्यापारी पी बैरन को जाता हैं, वे अपनी यात्राओं अनुभव से जुड़े लेख विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में पिल्ग्रिम नाम से भेजा करते थे।

Nainital City Guide

नैनीताल मे प्रवेश करते ही पहले टॅक्सी स्टैंड हैं, और इसके बाद नज़र आता है – रोडवेज़ का बस स्टॉप। जो तल्लीताल मे हैं, यहाँ कुछ होटेल्स भी हैं।

इसके बाद नैनीताल शहर में फोर व्हीलेर्स के प्रवेश के लिए के lake ब्रिज का शुल्क तल्लीताल चेक पॉइंट मे लिया जाता हैं, 2 व्हीलेर्स के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता।

कार अथवा टॅक्सी से शहर में जाने के लिए टोल मूल्य देना होता है, जो मॉल रोड से एक बार गुजरने के लिए ही मान्य है। टोल शुल्क स्क्रीन मे देखा जा सकता हैं।




यहाँ से नैनीताल की मॉल रोड शुरू होती हैं जो मल्लीताल तक जाती हैं।, टोल ब्रिज के बाद माल रोड के 2 रोड्स मे बट जाती हैं, जो 2 अलग अलग elevavation में है – लोअर मॉल रोड, और अपर मॉल रोड, लोअर मॉल रोड, जो lake की ओर हैं, से wahan तल्लीताल से मल्लीताल की ओर और upar मॉल रोड से मल्लीताल से तल्लीताल की ओर आते हैं।

ये दोनों रोड्स, मल्लीताल में, फिर आपस मे मिल जाती हैं।



Nainital main टुरिस्ट सीज़न में upar मॉल रोड शाम 6 बजे के 8 बजे तक माल रोड मे वाहनों की आवाजाही बंद रहती हैं, इस रोड मे चलते हुए, एक तरफ झील और दूसरी ओर नैनीताल के होटेल्स, restaurants और शौरूम्स हैं। इस समय रोशनी से नहाएँ क्बुसूरत नैनीताल शहर, और ताल के किनारे मॉल रोड में घूमना – ये वो बात हैं, जो सैलानीयों की मधुर स्मृतियों मे हमेशा के लिए बस जाती।

नैनीताल, उत्तराखंड का एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल, जहां हर किसी के लिये कुछ न कुछ अवश्य है। मॉल रोड में चलते हुए झील का बेजोड़ दृश्य, हिमालय दर्शन करने वालों के लिए उपयुक्त स्थान होने के साथ साथ, आप यहाँ ब्रिटिश कालीन कुछ निर्माण भी देख सकते हैं। चिड़ियाघर में अनेकों पक्षियों के साथ साथ बाघ, भालू, तेदवें, काकड़, घुरड़ आदि कई पशु देख सकते हैं। खान पान के लिए यहाँ हर taste के लोगों के लिए कुछ न कुछ जरूर है। नैना देवी मंदिर, हनुमानगढी मंदिर, Rope-way, Parking, Snow view Point, Mall Road, सहित कई अन्य आकर्षणों को जानने के लिए देखें ये विडियो –

रानीखेत से भवाली

रानीखेत से भवाली रोड यात्रा